ट्रंप का बड़ा फैसला: H-1B Visa Fee 2025 $100,000 प्रति वर्ष, भारतीय आईटी सेक्टर पर खतरा

Trump announces $100,000 H-1B Visa Fee 2025 with US flag background and passport graphic
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Rajesh sharma –

नई दिल्ली/वॉशिंगटन, 19 सितंबर (रॉयटर्स) – अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Trump Immigration Policy 2025 के तहत यह घोषणा की है कि अब हर कंपनी को अपने H-1B कर्मचारी पर सालाना $100,000 (करीब 83 लाख रुपये) शुल्क देना होगा। यह नया H-1B Visa Fee 2025 भारतीय आईटी सेक्टर और अमेरिकी टेक कंपनियों के लिए एक बड़ा झटका है।

Trump Immigration Policy और US Jobs पर असर

ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इस कदम से US Jobs सुरक्षित होंगी और स्थानीय युवाओं को नौकरी मिलेगी।
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक ने कहा –
“अमेरिकी ग्रेजुएट्स को ट्रेनिंग दें, बाहर से लोगों को लाकर हमारी नौकरियां न छीनी जाएं।”

भारतीय IT Sector पर H-1B Visa Fee 2025 का असर

  • भारत H-1B वीज़ा का सबसे बड़ा लाभार्थी है, 71% H-1B वीज़ा भारतीय प्रोफेशनल्स को मिले

  • Amazon, Microsoft और Meta जैसी कंपनियां 2025 में हजारों भारतीयों को वीज़ा दिला चुकी हैं।

  • नए नियम का असर तुरंत दिखाई दिया और Infosys, Wipro और Cognizant जैसी आईटी कंपनियों के शेयर 2%–5% तक गिरे।

Global Talent और Innovation पर खतरा

इंडस्ट्री विशेषज्ञों का मानना है कि इतना बड़ा $100,000 H-1B Visa Cost अमेरिका में ग्लोबल टैलेंट को आने से रोकेगा।

  • छोटे स्टार्टअप्स और मिड-लेवल टेक कंपनियां इस बोझ को नहीं उठा पाएंगी।

  • कंपनियां प्रोजेक्ट्स को Outsourcing in India की ओर शिफ्ट कर सकती हैं।

  • इससे अमेरिका Artificial Intelligence Race और इनोवेशन में पीछे रह सकता है।

एनालिस्ट जेरेमी गोल्डमैन ने कहा –
“शॉर्ट टर्म में सरकार को फायदा हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में अमेरिका अपनी इनोवेशन लीड खो देगा।”

कानूनी विवाद और Trump Gold Card USA योजना

  • कई इमिग्रेशन विशेषज्ञों ने सवाल उठाया है कि क्या इतना बड़ा शुल्क वसूलना कानूनी तौर पर सही है।

  • अमेरिकी कानून वीज़ा फीस को केवल प्रोसेसिंग लागत तक सीमित करता है।

  • इसी बीच ट्रंप ने एक और योजना पेश की है –
    कोई भी व्यक्ति $1 Million Investment करके अमेरिका की स्थायी नागरिकता यानी Trump Gold Card USA प्राप्त कर सकता है।

FAQ

Q1. नया H-1B Visa Fee 2025 क्या है?
👉 हर कंपनी को अपने H-1B कर्मचारी पर सालाना $100,000 Visa Fee देना होगा।

Q2. किस पर सबसे ज्यादा असर होगा?
👉 सबसे बड़ा असर Indian IT Sector पर होगा क्योंकि 71% H-1B वीज़ा भारतीयों को मिलते हैं।

Q3. क्या यह Trump Immigration Policy 2025 अमेरिकी नौकरियों को बढ़ाएगी?
👉 ट्रंप का दावा है कि इससे US Jobs बढ़ेंगी, लेकिन टेक कंपनियां इसे Innovation के लिए खतरा मान रही हैं।

Q4. क्या स्टार्टअप्स इस फीस को झेल पाएंगे?
👉 नहीं, $100,000 H-1B Visa Cost स्टार्टअप्स के लिए असंभव है। वे Outsourcing in India को प्राथमिकता देंगे।

Q5. Trump Gold Card USA क्या है?
👉 यह नई योजना है जिसके तहत कोई भी व्यक्ति $1 Million Investment करके अमेरिका की स्थायी नागरिकता हासिल कर सकता है।

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