(संजीव ठाकुर) चंबा/धरवाला:
NHPC Dharwala Project Compensation को लेकर राडी पंचायत के लोगों में भारी नाराज़गी है। एनएचपीसी चरण-3 धरवाला परियोजना ने राडी पंचायत के सैकड़ों परिवारों की जिंदगी संकट में डाल दी है। टनल निर्माण गांवों के नीचे से गुजरने के कारण भूमि अस्थिर हो गई है, जिससे राडी, सोला, भटवाड़ा, बतोग, ब्रैईगा, कन्हेंलू और मुचका जैसे गांवों के घरों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं।
मुआवजा और नौकरी दोनों से वंचित
स्थानीयों के अनुसार, जिन घरों को भारी नुकसान हुआ है उनमें से केवल दो-तीन परिवारों को ही कोर्ट के आदेश पर मुआवजा दिया गया है। बाकी परिवार NHPC Dharwala Project Compensation के लिए आज भी न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। भूमि देने वाले युवाओं को रोजगार का वादा भी अधूरा रह गया।
रोजगार का वादा भी निकला झूठा
भूमि देने वाले युवाओं को NHPC ने नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में बाहरी लोगों को रखा गया। कुछ स्थानीय युवकों को कांट्रैक्ट पर रखा गया था, पर बिना कारण उन्हें निकाल दिया गया। इससे युवाओं में गहरी नाराज़गी है।
राजनीतिक उदासीनता से बढ़ा जनाक्रोश
लोगों का कहना है कि कोई भी राजनीतिक दल जनता के साथ खुलकर नहीं खड़ा हो रहा। प्रभावित परिवार खुद को पूरी तरह से उपेक्षित और ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
गद्दी विकास समिति बनी जनता की आवाज़
अखिल भारतीय गद्दी विकास समिति ने स्थानीय जनता की आवाज़ को बुलंद किया है। समिति लगातार प्रभावित परिवारों के हक की लड़ाई लड़ रही है।
स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि —
“घर टूट रहे हैं, सपने टूट रहे हैं। अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो एक बड़ा जनांदोलन होगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी NHPC और प्रशासन की होगी।”
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