(संजीव ठाकुर) नई दिल्ली।
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए IFSO (स्पेशल सेल) द्वारका में तैनात सब-इंस्पेक्टर करनवीर सिंह को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
शिकायत और जांच
शिकायतकर्ता विश्नु बिश्नोई ने अपने वकील विशाल सोजीत्रा के साथ विजिलेंस यूनिट में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि एसआई करनवीर सिंह ने उनके बैंक खाते और उससे जुड़े अन्य खातों को फ्रीज करने के बाद उन्हें डिफ्रीज करने के बदले रिश्वत मांगी थी। मामले में उन्हें धारा 35(3) BNSS के तहत जांच में शामिल होने का नोटिस भी दिया गया था।
5 लाख की मांग, 2 लाख लेते गिरफ्तार
शिकायतकर्ता ने बताया कि वे कई बार IFSO दफ्तर में पेश होकर जांच में सहयोग कर चुके हैं, लेकिन आरोपी एसआई खातों को डिफ्रीज करने के लिए 5 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। यह मामला फिलहाल अदालत में लंबित है।
23 सितम्बर को करनवीर सिंह ने शिकायतकर्ता को सेक्टर-14 द्वारका मेट्रो स्टेशन बुलाया और पहली किस्त के रूप में 2 लाख रुपये मांगे। जैसे ही उन्होंने रकम ली, विजिलेंस टीम ने उनका पीछा किया और करीब 2 किलोमीटर बाद उन्हें उनकी निजी कार से गिरफ्तार कर लिया।
रंगेहाथ गिरफ्तारी
कार के डैशबोर्ड से 2 लाख रुपये की रिश्वत की राशि बरामद हुई। इसके बाद आरोपी के खिलाफ एफआईआर संख्या 22/2025 धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत थाना विजिलेंस में मामला दर्ज किया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पृष्ठभूमि और अपील
सूत्रों के अनुसार, आरोपी एसआई करनवीर सिंह वर्ष 2019 से IFSO स्पेशल सेल में तैनात थे। फिलहाल विजिलेंस यूनिट मामले की आगे की जांच कर रही है।
विजिलेंस विभाग ने जनता से अपील की है कि यदि कोई पुलिसकर्मी रिश्वत की मांग करता है, तो बिना डर शिकायत करें। विभाग ने भरोसा दिलाया है कि शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाएगी। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 1064 जारी किया गया है।
Mint news
विजिलेंस का बड़ा ऑपरेशन: वजीराबाद थाने में एसआई रिश्वत लेते गिरफ्तार







