(संजीव ठाकुर) नई दिल्ली।
Delhi Vigilance SI bribery case में दिल्ली पुलिस की विजिलेंस टीम ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने थाना वजीराबाद में तैनात एसआई ललित को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
महिला की शिकायत से खुला रिश्वतखोरी का मामला
जानकारी के अनुसार, टान्या सचदेवा (22 वर्ष), निवासी आज़ादपुर ने विजिलेंस यूनिट, बाराखंबा रोड को शिकायत दी थी। शिकायत में आरोप था कि एसआई ललित ने उसके पति हरजीत सिंह से ₹50,000 की मांग की। उसका पति स्नैचिंग के मामलों में आरोपी है। इसी बीच, उसने यह भी कहा कि रकम देने पर केस कमजोर कर दिया जाएगा और जमानत/चार्जशीट में राहत दिलाई जाएगी।
20 सितम्बर को शिकायतकर्ता की मुलाकात एसआई ललित से थाने की तीसरी मंज़िल पर हुई। बातचीत के दौरान उसने अपनी मांग घटाकर ₹15,000 कर दी। दरअसल, महिला ने इस वार्तालाप की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी विजिलेंस टीम को सौंप दी।
विजिलेंस टीम का ट्रैप और रंगे हाथों गिरफ्तारी
इसके बाद 21 सितम्बर की शाम विजिलेंस टीम ने trap बिछाया। तय योजना के तहत महिला अपने भाई के साथ थाने पहुँची। उसने एसआई ललित को पहली किस्त दी। जैसे ही पैसे हाथ में आए, टीम ने तुरंत छापा मारा। अचानक हुई कार्रवाई से एसआई घबरा गया। हालांकि, रकम छिपाने की कोशिश नाकाम रही और टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज
फिलहाल इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की जा रही है। इसके अलावा, विजिलेंस टीम आगे की जांच भी कर रही है।
डीसीपी विजिलेंस का बयान: भ्रष्टाचार पर ज़ीरो टॉलरेंस
डीसीपी विजिलेंस ने कहा—
“यूनिट की धरपकड़ लगातार जारी रहेगी। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं। नतीजतन, कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा। अंत में, हम आम नागरिकों से अपील करते हैं कि निडर होकर शिकायत करें। उनकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।”
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