(संजीव ठाकुर) दिल्ली: बिहार पुलिस की सूचना पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने राजधानी दिल्ली में बड़ी सफलता हासिल की है। इस Delhi Bihar Police Encounter में चार कुख्यात और वांछित अपराधी मुठभेड़ में मार गिराए गए।
Delhi Bihar Police Encounter में मारे गए अपराधियों की पहचान
मारे गए अपराधियों की पहचान रंजन पाठक, बिमलेश महतो, मनीष पाठक, और अमन ठाकुर के रूप में हुई है। ये चारों अपराधी हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी और अवैध हथियार रखने जैसे कई संगीन मामलों में वांछित थे। प्रत्येक पर एक–एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
खुफिया इनपुट पर शुरू हुआ Delhi Bihar Police Encounter ऑपरेशन
बिहार पुलिस को सूचना मिली थी कि चारों इनामी अपराधी दिल्ली में सक्रिय हैं और किसी बड़ी वारदात की साजिश रच रहे हैं।
सूचना को गुप्त रखते हुए डीसीपी (क्राइम ब्रांच) श्री संजीव यादव के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई।
टीम ने तकनीकी निगरानी और खुफिया सूत्रों की मदद से अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी।
रोहिणी में आधी रात को हुई Delhi Bihar Police Encounter
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चारों अपराधी रोहिणी क्षेत्र के बहादुर शाह मार्ग की ओर बढ़ रहे थे।
22–23 अक्टूबर 2025 की मध्यरात्रि में संयुक्त पुलिस टीम ने इलाके में घेराबंदी की।
रात करीब 2:20 बजे, एक सफेद मारुति बलेनो कार को रुकने का संकेत दिया गया, जिसमें चारों आरोपी सवार थे।
पुलिस को देखते ही आरोपियों ने बिना किसी उकसावे के ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। कुछ ही देर चली गोलीबारी में चारों अपराधी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए।
उन्हें तुरंत डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल, रोहिणी ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
DCP संजीव यादव ने बताया महत्व
डीसीपी (क्राइम ब्रांच) श्री संजीव यादव ने कहा कि मारे गए चारों अपराधी लंबे समय से फरार चल रहे थे और बिहार व दिल्ली पुलिस दोनों को इनकी तलाश थी।
ये अपराधी हत्या, रंगदारी और गैंगवार जैसी वारदातों में शामिल थे।
उनकी मौत से अपराध जगत को बड़ा झटका लगा है।
अपराध जगत को बड़ा झटका
यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस के संयुक्त समन्वय की बड़ी सफलता मानी जा रही है।
इस Delhi Bihar Police Encounter से दोनों राज्यों के बीच अपराध नियंत्रण में सहयोग का एक नया उदाहरण स्थापित हुआ है।
डीसीपी वेस्ट श्री दराडे शरद भास्कर का त्योहारों के मद्देनज़र जनता से सीधा संवाद







