(Sanjeev thakur )नई दिल्ली/पटना। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार Bihar Voter List Revision 2025 प्रक्रिया जारी है। इस विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) के तहत 1 अगस्त 2025 को मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित की गई थी और उसकी प्रतियाँ राज्य के प्रमुख राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराई गई थीं। इस दौरान, यह पूरी प्रक्रिया Bihar Election Commission की निगरानी में संचालित हो रही है।
राजनीतिक दलों की ओर से सीमित दावे
हालांकि, निर्धारित समय सीमा (1 सितम्बर 2025) तक राजनीतिक दलों की ओर से अपेक्षाकृत कम दावे और आपत्तियाँ प्राप्त हुईं।
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भाजपा ने केवल 16 बहिष्करण के आवेदन दिए।
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भाकपा (माले-लिबरेशन) ने 15 समावेशन और 103 बहिष्करण दर्ज कराए।
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वहीं, राजद ने 10 समावेशन के आवेदन प्रस्तुत किए।
इसके अलावा, निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों से प्राप्त सभी दावों और आपत्तियों का समयबद्ध निपटारा भी कर दिया है।
आम मतदाताओं की सक्रियता
दूसरी ओर, आम मतदाताओं ने बड़ी संख्या में आवेदन प्रस्तुत किए हैं। अब तक आयोग को कुल 2,53,524 दावे और आपत्तियाँ प्राप्त हुई हैं। इनमें से 36,475 आवेदन नए नाम जोड़ने (Inclusion in Voter List) के लिए तथा 2,17,049 आवेदन नाम हटाने (Exclusion from Voter List) के लिए दर्ज किए गए। अंततः, इनमें से 40,630 मामलों का निपटारा निर्धारित समयसीमा के भीतर कर दिया गया है।
त्रुटिरहित मतदाता सूची की तैयारी
Bihar Voter List Revision 2025 का मुख्य उद्देश्य राज्य में एक त्रुटिरहित और अद्यतन मतदाता सूची तैयार करना है। इसलिए, Election Commission of India ने स्पष्ट किया है कि हर पात्र मतदाता का नाम सूची में शामिल हो और कोई भी अपात्र नाम इसमें न रहे।
प्रमुख बिंदु
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बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया जारी
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अब तक 2.53 लाख से अधिक दावे और आपत्तियाँ दर्ज
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हालांकि, राजनीतिक दलों की ओर से सीमित आवेदन
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दूसरी ओर, आम मतदाताओं की बड़ी संख्या में भागीदारी
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अंततः, अद्यतन और त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने पर ज़ोर
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